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Bhairav kavach - An Overview

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षडंगासहिथो देवो नित्यं रक्षातु भैरवह हाकिनी पुत्रकः पातु दारास्तु लाकिनी सुतः ॥ दीप्ताकारं विशदवदनं सुप्रसन्नं त्रिनेत्रं सम्पूजकः शुचिस्नातः भक्तियुक्तः समाहितः । हे बटुक भैरव ! आपकी जय हो। हे शिव के अवतार आप सभी संकटों को दूर कर इस भक्त पर कृपा करें ॥ गद्यपद्यमयी वाणी गङ्गानिर्झरिता तथा ॥ https://tornadosocial.com/story2027352/getting-my-bhairav-kavach-to-work

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